“काव्य कुंज” जय कर्ण छिल्लर द्वारा रचित एक सुन्दर और गहरे भावनाओं से भरी कविता संग्रह है, जो पाठकों को जीवन के अदृश्य आयामों, भावनाओं, अध्यात्म और मानवता की जटिलताओं के बीच एक आत्मिक यात्रा पर ले जाता है। यह कविता संग्रह लेखक के जीवन के प्रति गहरे दृष्टिकोण और संघर्षों तथा शांति की तलाश से जुड़ी अनमोल शिक्षाओं का प्रतिबिंब है। इस संग्रह की हर कविता जीवन के विभिन्न पहलुओं, जैसे व्यक्तिगत संघर्ष, आत्म-खोज, रिश्तों की गहराई, और सच्चाई की खोज को छूती है। कवि ने अपनी कविताओं में सरल, लेकिन प्रभावी भाषा का उपयोग किया है, जिससे यह न केवल सुलभ है बल्कि इसके माध्यम से गहरी दार्शनिक समझ भी सामने आती है। “काव्य कुंज” केवल एक कविता संग्रह नहीं है, यह एक आत्म-विश्लेषण का माध्यम है। “अतिथि” जैसी कविताएं मानव संबंधों की अस्थिरता और जीवन के अनमोल क्षणों की याद दिलाती हैं, जबकि “संघर्ष करो” जैसी कविताएं संघर्ष और परिश्रम के महत्व को उजागर करती हैं, यह संदेश देती हैं कि जीवन में हर चुनौती का सामना दृढ़ नायक की तरह करना चाहिए। कवि ने इस संग्रह में प्रकृति, अध्यात्म और अस्तित्व के गूढ़ सत्य को भी अपने शब्दों के माध्यम से प्रस्तुत किया है, जिससे पाठक अपने अंदर की सच्चाई और उद्देश्य की तलाश कर सकते हैं। “काव्य कुंज” में हर कविता एक दार्शनिक विचार को जन्म देती है और पाठकों को जीवन के अर्थ, कर्तव्य, और स्वधर्म के बारे में सोचने पर मजबूर करती है। कुल मिलाकर, “काव्य कुंज” एक गहरी आत्मिक और बौद्धिक यात्रा है, जो पाठकों को अपने भीतर की शांति, समर्पण और जीवन के प्रति एक नया दृष्टिकोण प्रदान करती है। यह संग्रह उन सभी के लिए एक अनमोल धरोहर है जो जीवन के वास्तविक अर्थ को समझने और उसे आत्मसात करने की इच्छा रखते हैं
POETRY / General
Kavya Kunj
₹199.00
By: Jay Karan Chhillar
ISBN: 9789366653679
Category: POETRY / General
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