व्याल वन’ इस पुस्तक को लिखने का विचार मेरे मन में नहीं आया, बस मैंने कुछ कविताएं और ग़ज़लें लिखी उसी के आधार पर यह ‘व्याल वन’ में समाहित हो गया या कहें कि मेरी पिछली पुस्तक ‘लाल धुंआ’ का कुछ अंश है। इस किताब का उद्देश्य, हम सब में मरती हुई संवेदना को जिंदा करना है और मेरा आशय यह है कि इसे पढ़ने वाले साकारात्मक उर्जा को ग्रहण करेंगे। मेरे शब्दों की तिलमिलाहट पर न जाएं इसे नाकारात्मक शैली न समझें, और इसे बिना समझे सत्यता की ओर प्रस्थान नहीं किया जा सकता। इस पुस्तक का उद्देश्य यही है।
POETRY / General
Vyal Van
₹170.00
By: Rana Dahir
ISBN: 9789366656168
Category: POETRY / General
Pages: 72
Delivery Time: 7-9 Days
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