“योग उपनिषद्: साधना से शिखर तक” एक अनमोल ग्रंथ है जो प्राचीन भारतीय योग परंपरा के गूढ़ रहस्यों को सरल और सारगर्भित रूप में प्रस्तुत करता है। इस पुस्तक में 20 योग उपनिषदों का सार संकलित है, जो योग के गहन आयामों को समझने और आत्मानुभूति की ओर अग्रसर होने के लिए एक मार्गदर्शक का कार्य करता है। इसमें संग्रहित 20 प्रमुख योग उपनिषद्—जैसे योगतत्व उपनिषद्, ध्यानबिंदु उपनिषद्, योगशिखा उपनिषद् आदि—भारतीय ऋषियों द्वारा अनुभव किए गए योग मार्ग के उन रहस्यों को प्रकट करते हैं, जिन्हें केवल गहन साधना से ही जाना जा सकता है। प्रत्येक उपनिषद् में आत्मा, ब्रह्म, चित्त, प्राण और कुंडलिनी जैसे विषयों को अत्यंत वैज्ञानिक और दार्शनिक ढंग से समझाया गया है। पुस्तक में इन उपनिषदों का न केवल शाब्दिक सार दिया गया है, बल्कि लेखक ने उनके भावार्थ और साधक के जीवन में उनके प्रयोगात्मक पहलुओं पर भी गहराई से प्रकाश डाला है। योग को केवल शारीरिक व्यायाम मानने की आधुनिक धारणा से आगे बढ़कर यह पुस्तक दिखाती है कि योग वास्तव में चेतना के विकास और ब्रह्म से एकात्मता की प्रक्रिया है। यह ग्रंथ साधकों के लिए एक दिशा-सूचक यंत्र के समान है जो उन्हें आत्मबोध, ध्यान और परम शांति की ओर ले जाता है। “साधना से शिखर तक” की यह यात्रा केवल सिद्धांत नहीं, बल्कि अभ्यास और अनुभव पर आधारित है—जहाँ ज्ञान, भक्ति और कर्म योग का सुंदर समन्वय दिखाई देता है। लेखिका ने इन उपनिषदों की गूढ़ शिक्षाओं को वर्तमान संदर्भ में प्रस्तुत करते हुए साधकों के लिए उन्हें व्यावहारिक बनाया है। पुस्तक न केवल ज्ञान का संकलन है, बल्कि यह साधना के विभिन्न स्तरों — यम, नियम, आसन, प्राणायाम से लेकर समाधि तक की व्याख्या करती है। इसमें वर्णित विचार और दृष्टिकोण न केवल योगाभ्यासियों बल्कि आत्मिक खोज में लगे हर व्यक्ति के लिए उपयोगी हैं। “योग उपनिषद्: साधना से शिखर तक” आत्मान्वेषण की दिशा में एक प्रामाणिक और प्रेरणादायक मार्गदर्शिका है। |
MIND & SPIRIT / Meditation
Yog Upanishad: Sadhna Se Shikhar Tak
₹299.00
By: Dr. Namrata Chouhan Dhakad
ISBN: 9789366656328
Language: Hindi
Pages: 204
Category: BODY, MIND & SPIRIT / Meditation
Delivery Time: 7-9 Days
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