कवि जय कर्ण छिल्लर का काव्य-संग्रह “अनकहे लफ्ज़” जीवन की गहरी भावनाओं और आंतरिक संघर्षों को व्यक्त करता है। इस पुस्तक में प्रेम, विरह, आत्मज्ञान, और शांति की खोज जैसे विविध विषयों को गहरे भावनात्मक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया है। कवि ने प्रकृति और उसके प्रतीकों का इस्तेमाल करते हुए अपनी आंतरिक भावनाओं को शब्दों में बयां किया है, जिससे पाठक एक व्यक्तिगत और सामूहिक यात्रा पर निकलता है। यह संग्रह पाठक को जीवन के सत्य, दुखों और अंतर्दृष्टियों की ओर एक नया दृष्टिकोण प्रदान करता है, जहाँ हर शब्द और हर कविता गहरी सोच और आत्मा के शांति की खोज का प्रतीक बनती है।
POETRY / General
Ankahe Lafz
₹199.00
By: Jay Karan Chhillar
ISBN: 9789366659367
Pages: 110
Category: POETRY / General
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