मेरी यह रचना, आंख बंद करके फेंका गया एक पत्थर है, और मुझे उम्मीद है कि यह कुछ दूर जाकर ही गिरेगी। और मैं यह जिम्मेदारी लेता हूं कि मैंने इस पुस्तक में किसी व्यक्ति, समुदाय या राजनीतिक दलों के विरूद्ध कोई द्वंद नहीं छेड़ा है। मगर हां ! मैं यह दावा करता हूं कि मेरी विचार शैली पाठकों के हृदय से होकर गुजरेगी। और मैं आश्वस्त करता हूं कि इन क्रम में जितनी भी त्रुटियां होंगी, मैं उन्हें अगले संस्करण में सुधार लूंगा।
POETRY / General
LAAL DHUAAN
₹170.00
By: Rana Dahir
ISBN: 9789366654317
Category: POETRY / General
Pages: 94
Delivery Time: 7-9 Days
Reviews
There are no reviews yet.