जैसे कि आप पाठक गण इस पुस्तक के नाम को लेकर थोड़े संदेहास्पद होंगे, तो मैं इस पुस्तक के नाम बारे में बताना चाहूंगा कि यह “नग्न राकस” हम मानवों की विनाशक बुद्धि का ही दूसरा नाम है। “नग्न राकस” यानी इंसान की विध्वंसकारी सोच, यह हमारे अंदर के द्वेष, अहंकार, लोभ से लेकर बाहरी सभी एटमी ताकतों का सृजनकर्ता है। तो इसी विषय को मैंने, कविता के माध्यम से आप सभी के बीच प्रस्तुत किया हूं, और मैं आशा करता हूं कि मेरी इस थोड़ी सी नाकारात्मक शैली में, आप वास्तविकता को महसूस करेंगे।
POETRY / General
Nagn Raksas
₹199.00
By: Rana Dahir
ISBN: 9789366655109
Pages: 82
Category: POETRY / General
Delivery Time: 7-9 Days
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