Ankahe Lafz

199.00

By: Jay Karan Chhillar

ISBN: 9789366659367

Pages: 110

Category: POETRY / General

Delivery Time: 7-9 Days

Add to Wishlist
Add to Wishlist
Category:

कवि जय कर्ण छिल्लर का काव्य-संग्रह “अनकहे लफ्ज़” जीवन की गहरी भावनाओं और आंतरिक संघर्षों को व्यक्त करता है। इस पुस्तक में प्रेम, विरह, आत्मज्ञान, और शांति की खोज जैसे विविध विषयों को गहरे भावनात्मक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया है। कवि ने प्रकृति और उसके प्रतीकों का इस्तेमाल करते हुए अपनी आंतरिक भावनाओं को शब्दों में बयां किया है, जिससे पाठक एक व्यक्तिगत और सामूहिक यात्रा पर निकलता है। यह संग्रह पाठक को जीवन के सत्य, दुखों और अंतर्दृष्टियों की ओर एक नया दृष्टिकोण प्रदान करता है, जहाँ हर शब्द और हर कविता गहरी सोच और आत्मा के शांति की खोज का प्रतीक बनती है।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Ankahe Lafz”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Shopping Cart
Scroll to Top
Form
Sign Up for Unbeatable Offers